हेमा मालिनी को लेकर दिए विवादित बयान के मद्देनजर चुनाव आयोग की बड़ी कार्यवाही: कांग्रेसी रणदीप सुरजेवाला के चुनाव प्रचार प्रसार पर लगाया 48 घंटे का बैन?
हेमा मालिनी को लेकर दिए विवादित बयान के मद्देनजर चुनाव आयोग की बड़ी कार्यवाही

रणदीप सुरजेवाला को हेमा मालिनी पर अभद्र टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। दरअसल उनकी टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग के द्वारा कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला पर पूरे 48 घंटे के लिए प्रचार प्रसार करने पर रोक लगा दी गई है। इस पूरे 48 घंटे के दौरान वह कहीं पर भी कोई इंटरव्यू, किसी प्रकार का रोड शो तथा कोई जनसभा या मीडिया में कोई भी बयान नहीं दे सकेंगे। 

हरियाणा में जनसभा के दौरान दिया था विवादित बयान:

दरअसल कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा के कैथल में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सुशील गुप्ता के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने बीजेपी की नेता तथा मथुरा से सांसद हेमा मालिनी के उपर एक अभद्र टिप्पणी कर दी थी। जिसके बाद सोशल मीडिया में उनका वह वीडियो वायरल हो गया। तत्पश्चात सुरजेवाला ने इसको लेकर सफाई भी दी थी।

आयोग ने जारी किया था कारण बताओ नोटिस:

वीडियो के वायरल होने के बाद अपनी सफाई में सुरजेवाला ने यह कहा था कि मेरा कोई भी इरादा उनका किसी प्रकार से अपमान करना बिल्कुल भी नहीं था। उन्होंने कहा कि उस वीडियो में मेरे बयान को अलग तरीके से तोड़-मरोड़ करके पेश किया गया है। जिसके बाद सुरजेवाला की इस टिप्पणी को संज्ञान में लेते हुए चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल 2024 को उनको एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था।

आयोग ने जवाब के लिए दिया था 11 अप्रैल तक का समय:

चुनाव आयोग के द्वारा ज़ारी नोटिस में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से उनके नेताओं के द्वारा सार्वजनिक चर्चा के समय महिलाओं के सम्मान व इज्जत को बनाए रखने तथा उनका बेहद कड़ाई से अनुपालन होने को सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी मांगी गई थी। चुनाव आयोग ने सुरजेवाला को इसके जवाब के लिए 11 अप्रैल तथा मल्लिकार्जुन खरगे को 12 अप्रैल की तारीख तक का समय दिया गया था।

सुरजेवाला ने आलोचना के बाद दी थी सफाई:

हालांकि अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी होने वाली आलोचना के बाद नेता सुरजेवाला ने अपनी सफाई में कहा था कि उनका इरादा किसी भी अभिनेत्री तथा नेता का किसी प्रकार से कोई अपमान करना बिल्कुल भी नहीं था। 

प्रधानमंत्री मोदी से सीखे महिलाओं का सम्मान करना:

वहीं दूसरी तरफ भाजपा की सांसद हेमामालिनी ने भी कहा कि विपक्ष को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महिलाओं का सम्मान कैसे करें, यह सीखना चाहिए। वे कम लोकप्रिय व्यक्तियों को निशाना बनाने से कोई फायदा नहीं होने के कारण सिर्फ लोकप्रिय लोगों को ही निशाना बनाते हैं।

चुनाव आयोग से BJP ने की थी शिकायत:

हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान को को कांग्रेस के नेता सुरजेवाला के द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में भाजपा ने चुनाव आयोग को इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद चुनाव आयोग के द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से पार्टी के नेता सुरजेवाला के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी।

साथ ही आयोग ने कहा था कि इससे पार्टी के अन्य पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में सार्वजनिक चर्चा के समय महिलाओं के सम्मान को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा। चुनाव आयोग के द्वारा यह भी कहा गया था कि चुनाव अभियान के दौरान किसी भी महिला के प्रति किसी भी तरीके का अपमान करने का मंच नहीं बनने दिया जा सकता है।

अन्य खबरे