उज्जैन: दरअसल सुविख्यात ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में आज तड़के 5.49 पर भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग भड़क गई। जिसमें पुजारी समेत करीबन 14 लोग झुलस गए जो घायलों हुए उनमें 9 को इंदौर रेफर किया गया है। 3 को उज्जैन जिला अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, 2 भर्ती हैं।
इस हादसे के समय हजारों श्रद्धालु मंदिर में महाकाल के साथ होली मना रहे थे। घायल सेवक ने बताया कि संजीव जो आरती कर रहा था उस पुजारी पर पीछे से किसी ने गुलाल डाला। गुलाल दीपक पर जा गिरा। आशंका है कि गुलाल में ही कोई ऐसा केमिकल रहा जिससे आग भड़क गई।
चांदी की परत जो गर्भगृह में लगी है उसको रंग-गुलाल से बचाने के लिए फ्लैक्स लगाए गए थे इसमें तक आग लग गई। फायर एक्सटिंग्विशर से कुछ लोगों ने आग पर काबू पर पाया। महाकाल मंदिर में 6 साल पहले भी होली पर इसी तरह की घटना हो चुकी है। तब भी एक पुजारी झुलस गए थे।
सीएम डॉ. मोहन यादव घायलों से मुलाकात करने के लिए भोपाल से इंदौर के लिए निकल गए हैं और वे उज्जैन भी जाएंगे।
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई करेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम मोहन यादव से बात कर पुरी घटना की जानकारी ली उन्होंने अपने X (ट्विटर ) हैंडल पर लिखा की सीएम डॉ. यादव से घटना की सूचना ले ली है। बाबा महाकाल से मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
संजीव पुजारी, सत्यनारायण सोनी, चिंतामण, रमेश, अंश शर्मा, शुभम, विकास, महेश शर्मा, मनोज शर्मा, आनंद, सोनू राठौर, राजकुमार बैस, कमल, मंगल
इंदौर रेफर हुए 9 लोग 20 से 25% झुलसे जिला अस्पताल में सिविल सर्जन पीएन वर्मा ने बताया कि 14 घायलों में 9 इंदौर रेफर किए गए हैं। 3 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। 2 लोग फिलहाल एडमिट हैं। इंदौर रेफर हुए लोग 20 से 25% झुलसे हैं। चमड़ी जलने से जलन बहुत होती है, इसीलिए सभी घबराए हुए थे। कोई भी गंभीर रूप से नहीं झुलसा है।
धुलेंडी आज मनाई जा रही है। सुबह चार बजे भस्म आरती में महाकाल को सबसे पहले रंग-गुलाल लगाया गया। महाकाल की 26 मार्च से प्रतिदिन होने वाली आरती का समय भी बदल जाएगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि 26 मार्च 2024 से परम्परानुसार ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर भगवान की आरतियों के समय में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से अश्विन पूर्णिमा तक परिवर्तन होगा।
•भस्म आरती- प्रात: 04:00 से 06:00 बजे तक।
•दद्योदक आरती- प्रातः 07:00 से 07:45 बजे तक।
•भोग आरती- प्रातः 10:00 से 10:45 बजे तक।
•संध्या पूजन- सायं 05:00 से 05:45 बजे तक।
•संध्या आरती- सायं 07:00 से 07:45 बजे तक।
•शयन आरती- रात्रि 10:30 ये 11:00 बजे तक।
होली की पूर्व संध्या पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रंग - गुलाल उड़ा। संध्या आरती के बाद महाकाल मंदिर परिसर में ही होलिका दहन किया गया। मंदिर परिसर में ही होलिका दहन के बाद भजन संध्या का आयोजन हुआ।
सोमवार को मध्यप्रदेश में धुलेंडी खेली जाएगी। पूरे दिन लोग एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाएंगे और होली खेलेंगे। सबसे पहले तो महाकाल मंदिर में उज्जैन में भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल के साथ भक्तों ने होली खेली। चल समारोह भोपाल में निकाला जाएगा। चल समारोह पर सोमवारा में नगर निगम के ट्रकों से गुलाल की बौछार की जाएगी।