दुनियां के तमाम शांति के पुरोधा देश और संस्थाएं शक्ति की महत्वाकांक्षा में जल रहें हैं जिसके कारण विश्व में कई मोर्चों पर या तो युद्ध हो रहें हैं या फिर होने की प्रबल संभावना दिख रही है।
आपको बता दें कि दुनिया के दो मोर्चों पर युद्ध जारी हैं जिनके अभी खत्म होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। जहां एक ओर रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है; वहीं इजराइल लगातार हमास के आतंकियों को निशाना बना रहा है। इस बीच खबर है कि दुनिया के तीसरे मोर्चे पर युद्ध का ऐलान किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की ओर से चेतावनी दी गई है कि ईरान आगामी 48 घंटों में इजरायल पर हमला कर सकता है।
गौरतलब है कि इससे पहले ईरानी दूतावास पर हुए हमले के लिए ईरान ने इजरायल पर आरोप लगाया था। उसके बाद से ही चिंता जताई जा रही है कि ईरान जल्द ही इजराइल पर हमला कर सकता है।
दूतावास पर हमले की जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल की तरफ दर्जनों मिसाइलें दागी थीं। द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को उत्तरी इजरायल की ओर कई मिसाइलें दागीं। हालांकि इजरायल अपने हाईटेक सिस्टम की वजह से इन्हें रोकने में सफल रहा था।
इस बीच द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने भी चेतावनी दी थी कि ईरान अगले 24 से 48 घंटों के बीच इजरायल पर जवाबी हमला कर सकता है। मिडिल ईस्ट में व्याप्त अशांति के बीच अमेरिकी रक्षा विभाग से जुड़े सेंटकॉम प्रमुख जनरल माइकल एरिक कुरिलॉन ने शुक्रवार को इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट और आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हेलेव से मुलाकात की।
अमेरिका की तैयारी
इजरायल पर ईरान के हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। अमेरिका और अन्य खुफिया आकलनों में कहा गया है कि जवाबी कार्रवाई रविवार (14 अप्रैल, 2024) तक हो सकती है। इस बीच खतरे को देखते हुए अमेरिका ने इजरायल और अमेरिकी बलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सेना भेजी है। नौसेना के एक अधिकारी के अनुसार, देश ने दो नौसेना विध्वंसक जहाजों को पूर्वी भूमध्य सागर में स्थानांतरित कर दिया है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि ईरान जल्द से जल्द इजरायल पर हमला करेगा। बाइडेन ने कहा कि हम इज़राइल की रक्षा के लिए समर्पित हैं। हम इजराइल का समर्थन करेंगे और ईरान सफल नहीं होगा।
भारत सरकार ने इन देशों में न जाने की घोषणा की
युद्ध की आशंका के बीच भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजरायल के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि जब तक अगली सूचना न आ जाए तब तक ईरान और इज़राइल की यात्रा न करें। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल और ईरान में रहने वाले भारतीय नागरिक दूतावासों से शीघ्र ही संपर्क करके अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं।
आपको बता दें कि इजरायल में तकरीबन 18 हज़ार और ईरान में 4 हज़ार भारतीय रहते हैं और अगर युद्ध शुरू होता है तो इनको निकालना बहुत बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
इजरायल करीब 1 लाख भारतीय कामगार चाहता है ताकि फलस्तीनी लोगों की जगह भरी जा सके। इसके लिए भारत और इजरायल की सरकार ने हजारों की तादाद में भारतीयों की भर्ती की है। इससे पहले 2 अप्रैल को 64 भारतीयों का पहला दल इजरायल पहुंचा था। इसके अलावा 6 हजार अन्य भारतीय कामगार इसी महीने के आखिर और मई महीने के शुरू में इजरायल जाने वाले थे।