ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में महत्वपूर्ण बैठक!: पशु कल्याण और प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने पर दिया ज़ोर, पशु चिकित्सक की तैनाती से लेकर...जानें पूरी खबर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में महत्वपूर्ण बैठक!

ग्रेटर नोएडा: आज मंगलवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बोर्ड रूम में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ACEO) श्रीलक्ष्मी वीएस की अध्यक्षता में एक महत्त्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया है। आपको बता दें कि इस बैठक में पर्यावरण संरक्षण समेत पशु कल्याण से जुड़े हुए मुद्दों पर भी गहन विचार मंथन किया गया।

पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को अपनाने की दिशा में रहा विशेष फोकस!

गौरतलब है कि बैठक में प्लास्टिक उपयोग को समाप्त करके पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को अपनाने की दिशा में भी ठोस कार्य योजना तैयार करने पर जोर दिया गया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि ग्रेटर नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में स्थित दुकानों तथा बाजारों में पॉलिथीन थैलों के स्थान पर अब कपड़े अथवा जूट से बने हुए थैलों का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा। इसके साथ ही अब एकल-उपयोग प्लास्टिक यानि Single-Use Plastic पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करते हुए लोगों के बीच जनजागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी ढंग से चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

शहर में बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर भी गंभीरता से किया गया विचार:

इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि प्लास्टिक से बनी अन्य वस्तुओ, जैसे कि डिस्पोजेबल बर्तन, स्ट्रा, चम्मच आदि सभी के स्थान पर बायोडिग्रेडेबल अथवा पुनः उपयोग होने वाले योग्य विकल्पों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, शहर में लगातार बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर भी इस बैठक में गंभीरता से विचार किया गया। 

एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस के द्वारा संबंधित विभाग को निर्देशित किया गया है कि मोहल्लों में रहने वाले सभी स्ट्रीट डॉग्स की समयबद्ध रूप से नसबंदी की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए, ताकि जनसुरक्षा तथा स्वच्छता व्यवस्था को भी बेहतर बनाया जा सके। 

बैठक में मौजूद रहे कई लोग:

आपको बता दें कि प्राधिकरण के द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय अब ग्रेटर नोएडा को एक स्वच्छ, सुरक्षित तथा पर्यावरण के प्रति संवेदनशील शहर बनाने की दिशा में भी एक सार्थक कदम हैं। साथ ही इस बैठक में इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन की एमडी जयंती आर अयंगर भी मौजूद रहे।

साथ ही इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन की एडिशनल सेक्रेटरी सिमरन भाटिया समेत एडवोकेट मनीष गुप्ता ट्रस्टी इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन, अनुराधा डोगरा वशिष्ठ, एंटी प्लास्टिक वारियर शैल माथुर (TREE), एनिमल केयर गिवर, रितु सिंह तथा विधि शुक्ला आदि लोग भी मौजूद रहे।

गोशाला में एक अनुभवी पशु चिकित्सक की की गई नियुक्ति:

दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में लावारिस पशुओं (स्ट्रे डॉग्स, बिल्लियाँ आदि) की लगातार जनसंख्या बढ़ने की भी समस्याएँ सामने आ रही हैं। साथ ही इन पशुओं के बीमार, चोटिल अथवा हिंसक व्यवहार के कारण जनसुरक्षा से संबंधित शिकायतें भी प्राधिकरण को प्राप्त हो रही थीं। इसलिए इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा एक अहम कदम उठाया गया है। 

दरअसल ग्राम जलपुरा में स्थित गोशाला में एक अनुभवी पशु चिकित्सक की नियुक्ति की गई है। साथ ही आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से सेवानिवृत्त पशु चिकित्साधिकारी सत्यपाल सिंह राठी को भी पशु चिकित्सक के पद पर तैनात किया गया है। गौरतलब है कि राठी गोशाला में गोवंशों के उपचार के साथ साथ क्षेत्र में रहने वाले चोटिल, बीमार अथवा रेबीज प्रभावित सामुदायिक पशुओं के उपचार, पकड़ने तथा उनके व्यवहार के निरीक्षण का कार्य भी देखेंगे। यह पहल जनसुरक्षा के साथ ही पशु कल्याण की दिशा में भी एक सराहनीय प्रयास किया गया है।

सूचना के आधार पर तत्काल रूप से की जाएगी आवश्यक कार्रवाई:

आपको बता दें कि गौशाला के महाप्रबंधक आरके भारती के द्वारा यह बताया गया है कि यदि किसी नागरिक को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बीमार अथवा चोटिल सामुदायिक पशु की जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत ही 8860006496 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं सूचना के आधार पर आवश्यक कार्रवाई तत्काल रूप से की जाएगी। साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पशुओं के प्रति संवेदनशीलता एवं मानव-पशु सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। प्राधिकरण का यह प्रयास क्षेत्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा पशु कल्याण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

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